JoSAA Counselling Hindi Blog क्या सिर्फ NIT ही बेहतर है? टियर-2 सरकारी कॉलेजों की सच्चाई जब भी किसी छात्र को JEE में रैंक थोड़ी ज़्यादा आ जाती है और NIT मिलना मुश्किल होता है, तो क्या कम फीस मतलब कम क्वालिटी-जानिए सरकारी कॉलेजों की असली ताकत जब भी किसी माता-पिता को पता चलता है कि सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज की फीस सिर्फ ₹30,000 से ₹98,000 प्रति वर्ष सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ाई का स्तर कैसा होता है? भारत में हर साल लाखों छात्र इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए प्रयास करते हैं, और JEE Mains जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं क्या सिर्फ Placement देखकर कॉलेज चुनना सही है? माता-पिता के लिए चेतावनी हर साल लाखों माता-पिता और छात्र इंजीनियरिंग कॉलेज चुनते समय सबसे पहले एक ही बात पूछते हैं – "इस कॉलेज बच्चे की रैंक और योग्यता को समझे बिना कॉलेज चुनना भारी गलती हो सकती है इंजीनियरिंग में एडमिशन लेना किसी भी छात्र और उसके परिवार के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण निर्णय होता है। लेकिन अगर सरकारी कॉलेजों को मिलता है Government Grant – प्राइवेट कॉलेज क्यों नहीं? जब बात आती है इंजीनियरिंग कॉलेज चुनने की, तो छात्र और अभिभावक अक्सर ट्यूशन फीस, ब्रांच, और प्लेसमेंट के आधार क्या 10–12 लाख रैंक पर भी मिल सकता है सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज? हर साल जब JEE Main का परिणाम आता है, तो लाखों छात्रों को अपनी रैंक देखकर निराशा होती है। खासकर DSEU अब JAC Delhi Counselling से अलग: दिल्ली के इंजीनियरिंग एडमिशन में बड़ा बदलाव दिल्ली के सरकारी इंजीनियरिंग संस्थानों में दाखिले की प्रक्रिया में इस साल एक बड़ा बदलाव हुआ है। पहले तक Delhi सरकारी Engineering कॉलेज का नाम CV में क्या फर्क डालता है? जानिए Recruiters की सोच जब कोई छात्र इंजीनियरिंग करता है, तो उसका अंतिम उद्देश्य एक अच्छी नौकरी, मजबूत करियर और आर्थिक स्थिरता हासिल करना « Previous 1 … 4 5 6 7 Next »