JoSAA Counselling 2025 के दौरान जब छात्र अपने पसंदीदा colleges और branches चुनते हैं, तो अक्सर एक बड़ा सवाल उठता है — Home State Quota और All India (AI) Quota का क्या मतलब है और इसका मेरे admission पर क्या असर पड़ेगा? ये दोनों कोटे seat allocation प्रक्रिया के अहम हिस्से हैं, जिनका सही से समझना admission planning के लिए बेहद जरूरी है।
भारत में NITs, IIITs और GFTIs जैसे प्रमुख engineering संस्थानों में seat allotment के लिए विभिन्न quotas लागू होते हैं। Home State Quota उस राज्य के छात्रों के लिए होता है जहाँ वह संस्थान स्थित है, जबकि All India Quota पूरे देश के किसी भी राज्य के पात्र छात्रों के लिए होता है। बहुत से छात्र बिना इस फर्क को समझे सीधे choice filling कर देते हैं और बाद में उन्हें मनपसंद कॉलेज या ब्रांच नहीं मिल पाती।
यह blog पोस्ट छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए इस जटिल विषय को सरल तरीके से समझाने का प्रयास है। हम बताएंगे कि कौन-कौन से institutes Home State Quota लागू करते हैं, किन कॉलेजों में केवल All India Quota होता है, और इन दोनों के cutoff में कितना फर्क आता है। साथ ही यह भी जानेंगे कि आप किस quota के अंतर्गत आते हैं और उसी आधार पर अपनी choice filling कैसे रणनीतिक रूप से करें।
यदि आपने Quota system को सही से समझ लिया, तो कम rank पर भी आपको बेहतर college और branch मिल सकता है। चलिए, JoSAA counselling के इस महत्वपूर्ण पहलू को विस्तार से समझते हैं।
Home State Quota क्या होता है?
Home State Quota उस राज्य के छात्रों को मिलता है, जहाँ वह particular NIT, IIIT या GFTI स्थित है। उदाहरण के लिए, अगर कोई छात्र उत्तर प्रदेश से है और MNNIT Allahabad में admission लेना चाहता है, तो वह वहां के Home State Quota के अंतर्गत आएगा। यह quota छात्रों को अपने राज्य के संस्थानों में admission का एक विशेष अवसर देता है।
All India Quota (AI Quota) क्या है?
All India Quota का अर्थ है कि पूरे भारत के किसी भी राज्य के eligible छात्र उस संस्थान में admission के लिए compete कर सकते हैं। यह quota General pool होता है और इस पर सभी राज्य के छात्रों को समान अवसर प्राप्त होता है। अधिकतर NITs और IIITs में 50% सीटें All India Quota के तहत होती हैं।
कौन से संस्थान Home State Quota लागू करते हैं?
सभी NITs और कुछ GFTIs Home State Quota लागू करते हैं। हर NIT में 50% सीटें Home State के छात्रों के लिए आरक्षित होती हैं। IIITs और कुछ GFTIs में सिर्फ All India Quota ही होता है। IITs में केवल All India Quota लागू होता है, Home State Quota नहीं।
Domicile कैसे निर्धारित होता है?
Home State Quota का लाभ लेने के लिए छात्र का Domicile प्रमाणपत्र जरूरी होता है या उसे राज्य के शिक्षा बोर्ड से 12वीं पास करनी चाहिए। कुछ राज्यों में यह नियम थोड़े अलग हो सकते हैं, लेकिन अधिकांश संस्थान domicile या qualifying board के आधार पर Home State तय करते हैं।
Home State और AI Quota की Cutoff में कितना फर्क होता है?
Home State Quota की cutoff सामान्यतः All India Quota की तुलना में थोड़ी कम होती है, खासकर कम popular branches या institutes में। उदाहरण के लिए, यदि किसी NIT की CSE branch की AI cutoff 10,000 है, तो उसी की Home State cutoff 14,000 तक हो सकती है। हालाँकि यह हर institute और category पर निर्भर करता है।
JoSAA Choice Filling में Quota कैसे दिखता है?
JoSAA portal पर जब आप choices भरते हैं, तो हर choice के साथ उसमें applicable quota दिखाई देता है—जैसे “HS” (Home State) या “AI” (All India)। system आपकी eligibility के अनुसार ही options allow करता है। इसलिए ये जानना ज़रूरी है कि आप किस quota में eligible हैं।
Dual Quota Eligibility क्या होती है?
कुछ rare cases में जैसे कि दिल्ली और चंडीगढ़ जैसे केंद्र शासित प्रदेशों में पढ़ने वाले छात्रों को दोनों quotas (Home + AI) में eligibility मिलती है, यदि domicile और board दोनों राज्य के हैं। ऐसे छात्रों को choice filling में बेहतर planning की ज़रूरत होती है।
क्या Home State Quota से admission आसान होता है?
कई बार हां। Home State Quota के कारण छात्र को अपने राज्य के NIT में lower rank पर भी seat मिल जाती है। लेकिन अगर उसी student को किसी दूसरे राज्य के NIT में admission चाहिए, तो उसे higher rank चाहिए होती है। इसलिए Home Quota एक practical advantage होता है।
अगर दो राज्यों में eligibility हो तो क्या करें?
यदि कोई छात्र दो राज्यों से eligible है (जैसे domicile एक राज्य से और 12वीं दूसरे राज्य से), तो उसे यह तय करना होता है कि किस आधार पर वह अपना Home State declare करेगा। एक बार JoSAA registration में option चुनने के बाद वह fix हो जाता है।
Strategic Choice Filling कैसे करें?
Home State और AI Quota की समझ के साथ strategic choice filling करें। पहले अपने state के NIT की सभी branches भरें, फिर All India के top institutes के realistic options चुनें। यदि rank सीमित है तो कम cutoff वाले branches और GFTIs को भी शामिल करें। Expert advice लेने से planning बेहतर हो सकती है।
Frequently Asked Questions
Q1. क्या हर NIT में Home State Quota होता है?
हां, सभी NITs में 50% सीटें Home State Quota के अंतर्गत आरक्षित होती हैं।
Q2. क्या IITs में Home State Quota होता है?
नहीं, IITs में केवल All India Quota लागू होता है।
Q3. क्या IIITs में Home State Quota होता है?
अधिकतर IIITs में केवल All India Quota ही होता है, कुछ exceptions हो सकते हैं।
Q4. क्या मुझे दोनों quotas में सीट मिल सकती है?
नहीं, एक ही round में आपको केवल एक quota से seat allot होती है जो आपकी eligibility और preference पर निर्भर करती है।
Q5. क्या cutoff हर quota के लिए अलग होती है?
हां, Home State और All India Quota की cutoff अलग-अलग होती है।
Q6. क्या Domicile Certificate जरूरी होता है?
हां, Home State Quota का लाभ लेने के लिए domicile प्रमाणपत्र आवश्यक होता है।
Q7. JoSAA portal में quota कैसे दिखता है?
Choice filling के समय हर option के साथ HS (Home State) या AI (All India) tag दिखता है।
Q8. Expert से सही Quota strategy कैसे सीखें?
GLN Admission Advice Pvt Ltd जैसे संस्थानों से personalized counselling लेकर आप सही quota utilization और choice planning कर सकते हैं।

My name is Rajesh Mishra. For the past 18 years, I have been helping students get admission into the right colleges. I believe that even students with average or low ranks deserve admission in good colleges—without chasing agents, falling for false promises, or paying donations.
To share my experience and guidance with more students, I write blogs on NEET, Engineering, and AYUSH counselling.
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